यू ट्यूब से ही एक और पसंदीदा गीत. याद है मारवाड़ी हाई स्कूल में 1988 में दिखलायी गयी थी फिल्म बैजू बावरा. पहली बार देखा था टीन की पेटी में नाग की तरह कुंडली मारे फिल्म के रिल. हमारे क्लास के साथ वाले हॉल में प्रॉजेक्टर के सहारे दीवार पर 'बैजू बावरा ' देखते हुए हम बहुत आश्चर्यचकित हो रहे थे. लीजिए शायद आप भी पुरानी यादें ताज़ा कर पाएं.
अब तो लगता है सीधे घर में धाबा बोलना होगा, जरुर गड़ा माल हाथ लगा है।
ReplyDelete